ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति
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लगभग 13.8 अरब साल पहले
एक अत्यंत गर्म और सघन बिंदु में
समय, स्थान, और पदार्थ सब एक साथ संकुचित थे
एक विशाल विस्फोट हुआ
और
फिर ब्रह्माण्ड तेजी से फैलने लगा और ठंडा होने लगा।
इसी विस्फोट के बाद -
समय और स्थान का जन्म हुआ,
कुछ ही पलों में प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन जैसे मूल कण बने
और
वह बिंदु विस्फोट के साथ फैलने लगा।
वह अत्यंत गर्म और सघन बिंदु ऐसा था
जिस पर सामान्य भौतिक नियम
(जैसे समय, स्थान, और गुरुत्वाकर्षण के नियम)
लागू नहीं होते थे।
लगभग 380,000 साल बाद
जब ब्रह्माण्ड पर्याप्त ठंडा हुआ
तो मूल कणों ने मिलकर हाइड्रोजन और हीलियम जैसे हल्के तत्व बनाए।
फिर अगले लाखों-करोड़ों सालों में
गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से
गैस के बादल सघन हुए
जिससे तारे और आकाशगंगाएँ बनीं।
विस्फोट वह "शून्य क्षण" था
जिससे समय और स्थान का जन्म हुआ।
विस्फोट से पहले क्या था
यह अभी भी अनसुलझा है।
विस्फोट से पहले की स्थिति को कभी समझा जा सकेगा,
या यह हमेशा एक दार्शनिक प्रश्न बना रहेगा?
सादर,
केशव राम सिंघल
प्रतीकात्मक चित्र - साभार NightCafe
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