बुधवार, 8 जुलाई 2015

एक नजर यह भी ..... पार्षद से मेरी अपेक्षाएँ


एक नजर यह भी .....
पार्षद से मेरी अपेक्षाएँ


पिछली बार अजमेर नगर निगम के चुनाव 18 अगस्त 2010 को हुए थे और तब चुनाव के बाद हमारे वार्ड के नवनिर्वाचित पार्षद महोदय एक बार मेरे मोहल्ले में आए थे, पर उसके बाद मैंने उन्हें कभी नहीं देखा.जब वे आए थे, तब उन्होंने मोहल्लेवासियो को कई आश्वासन दिए थे, पर वे केवल आश्वासन ही रहे. आमतौर से नागरिकों की नगर निगम और पार्षद से कुछ अपेक्षाएँ होती हैं, जिसमे सुशासन का होना, स्ट्रीट लाइट्स का समय पर जलना-बंद होना, खराब स्ट्रीट लाइट्स का जल्द ठीक होना, नियमित सफाई व्यवस्था का होना, नालियों की समय-समय पर मरम्मत, सड़कों की मरम्मत आदि शामिल होती हैं. इन सभी कार्यों में पार्षद की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है, पर मुझे यह लिखते हुए तनिक भी संकोच नही है कि हमारे वार्ड के पार्षद महोदय का जन-संपर्क बहुत ही सीमित है और मेरा विश्वास है कि इस शहर के अन्य पार्षदों की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही है. अखबारों के माध्यम से ज्ञात होता रहता है कि नगर निगम की समय-बद्ध नियमित साधारण-सभा (बैठकें) भी आयोजित नहीं हो पाती हैं और ज्यादातर पार्षद अप्रत्यक्ष तौर से ठेकेदारी के काम से नगर निगम से जुड़े हुए हैं. यह स्थिति किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं है.

नगर निगम चुनावों को अब पाँच साल पूरे होने को हैं और सम्भवत: अगस्त 2015 में नगर निगम के अगले चुनाव होंगे. यह एक ऐसा मौका होगा जब अजमेर शहर के नागरिक अपने-अपने वार्ड के लिए पार्षद चुन सकेंगे. पार्षद कैसा होना चाहिए, यह प्रश्न बहुत ही महत्वपूर्ण है. एक नागरिक होने के नाते हमें इस पर विचार करना चाहिए. इस सम्बन्ध में मेरी अपेक्षाएँ निम्न हैं:

- पार्षद ऐसा हो जो वार्ड में जनता के बीच आसानी से उपलब्ध हो सके. वह् प्रतिदिन अपने निवास पर प्रात: दो घंटे के लिए और उसके बाद नगर निगम कार्यालय में एक निश्चित समयावधि के दौरान जन-संपर्क के लिए उपलब्ध रहे.
- पार्षद के निवास पर एक सुझाव/शिकायत् पुस्तिका होनी चाहिए, जिसमें वार्ड के नागरिक वार्ड से संबंधित अपनी शिकायत/समस्या/सुझाव लिख सकें.
- पार्षद के पास वर्तमान तकनीक के संचार साधन हों तथा उसका ईमेल और मोबाइल/फोन नंबर वार्ड के नागरिकों को सूचित हो.
- सार्वजनिक तौर से पार्षद अपने वार्ड में समय-समय पर मौहल्ला-सभा आयोजित करे, जिसमें सफाई-रोशनी व्यवस्था, विकास कार्यों और वार्ड से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हो.
- पार्षद यह सुनिश्चित करे कि विवाह-पंजीयन, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, मानचित्र स्वीकृति आदि कार्यों के लिए नागरिकों को बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़े.
- पार्षद समय-समय पर अपने वार्ड के प्रत्येक क्षेत्र में जाकर सफाई-रोशनी व्यवस्था और विकास कार्यों का मुआयना कर आवश्यक सुधार के कदम उठाए.
- पार्षद अपने वार्ड के लिए एक वार्ड समिति बनाए, जिसमें प्रत्येक मौहल्ले के नागरिकों का प्रतिनिधित्व हो.
- वार्ड के प्रत्येक क्षेत्र में लगाए गए सफाई कर्मचारियों की जानकारी पार्षद वार्ड के नागरिकों को दे.
- पार्षद नगर-निगम से संबद्ध ठेकेदारी का काम नहीं करे.
- पार्षद समय-समय पर आयोजित नगर-निगम की बैठकों में दल-गत राजनीति को परे रखते हुए अपने वार्ड के विकास और समस्या-निराकरण के लिए सकारात्मक विचारों के साथ भाग ले.


एक नागरिक होने के नाते हमें भी दल-गत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे प्रत्याशी को पार्षद चुनना चाहिए, जो वार्ड के विकास के साथ-साथ अजमेर शहर के विकास में अपनी भूमिका निभा सके.

"विकास में जनता की भागीदारी तभी सुनिश्चित होगी,
जब जनता जागरूक होगी,
स्थानीय निकाय में सुशासन तभी आएगा,
जब जनता जागरूक होगी.

सशक्त अजमेर के लिए आओ कुछ नया सोचें, लिखें और करें
और भागीदार बने इस शहर को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में."

- केशव राम सिंघल

(अजमेर शहर के मित्रों से निवेदन है कि जागरूकता के लिए इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करें. कृपया अपनी टिप्पणी से अवगत कराएँ. धन्यवाद.)
समय-समय पर 'एक नजर यह भी' के अंतर्गत लघु-लेखों के लिए 'अपनी बात' ब्लॉग http://krsinghal.blogspot.in/ देखने का निवेदन है.

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