मंगलवार, 12 अगस्त 2008

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

बहुआयामी गुणो से भरपूर बनू मैं,

सामाजिक मान्यताओं में उन्नत रहूँ मैं,

हर ओर अपनी भूमिका का निर्वाह करू मैं,

अच्छा बन जाऊँ मै ... सफल बन जाऊँ मैं ...

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

रचनात्मकता मेरे जीवन का लक्ष्य हो,

उल्लास मेरे जीवन कर्म का मर्म हो,

साहस मुझमें हर पल सबसे आगे हो,

अच्छा बन जाऊँ मै ... सफल बन जाऊँ मैं ...

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

व्यावहारिकता का हर चरण सीखूँ मैं,

पढ़ने-लिखने में आगे रहूँ मैं,

नवनिर्माण कार्य में आगे रहूँ मैं,

अच्छा बन जाऊँ मै ... सफल बन जाऊँ मैं ...

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

आत्मनिर्भर बन जाऊँ मैं,

उर्जावान बन जाऊँ मैं,

साहसिक बन जाऊँ मैं,

अच्छा बन जाऊँ मै ... सफल बन जाऊँ मैं ...

अच्छा बनकर जीवन पथ आलोकित करू मैं ....

शुभकामनाओं के साथ,

केशव सिंघल

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