गुरुवार, 30 जुलाई 2015

जाने किस उम्मीद में ....#5


जाने किस उम्मीद में ....#5

कुछ लोग दिल में दिमाग रखकर बात करते हैं, फिर भी,
जाने किस उम्मीद में दिमाग में दिल रख सोचता हूँ मैं !

- केशव राम सिंघल

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