कथा-श्रृंखला - हमारी अम्मा और पड़ौस की चाची की चौपाल
''''''''''''''''''
लेखक
- केशव राम सिंघल
''''''''''''''''''
13
आज
जब औरतें मिली तो सरोज बुआ ने बताया - मैंने माननीया राष्ट्रपति के फेसबुक पेज पर
फोटो देखी जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाक़ात
की।
सुमन
मामी बोलीं - यही तो हमारे देश की विशेषता है। यह बात सही है कि आदरणीय द्रोपदी मुर्मू
राष्ट्रपति चुनाव के वक्त भाजपा द्वारा खड़ी गई उम्मीदवार थीं, पर चुने जाने के बाद
वे सबकी हैं, पूरे देश के लिए राष्ट्रपति हैं। उनका सम्मान पूरे देश का सम्मान है।
अम्मा
जी कहने लगीं कि हमारे पास तो पुराना वाला मोबाइल ही है, जिसमें हम बात सुन सकते है
और कह सकते हैं। हमें भी तो दिखाओ यह फोटो।
तभी
मोहल्ले की एक औरत ने फोटो दिखाई तो अम्मा जी बोली - यही तो हमारे देश के जनतंत्र की
ताकत है।
तभी
चाची बोली - अम्मा जी, जब राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम आया था तभी कांग्रेस अध्यक्ष
सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति बनने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी थी और कहा था कि वे राष्ट्रपति से जल्द मिलना
चाहेंगी। द्रौपदी मुर्मू और सोनिया की ये तस्वीर हमारे लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत तस्वीर
है क्योंकि जब कोई नेता देश के सर्वोच्च पद पर बैठ जाता या जाती है तो वह दलीय राजनीति
से ऊपर उठ जाता है। अपनी बात जारी रखते हुए चाची ने कहा - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
ने 19 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति भवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा
को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की। यही तो हमारे देश की खासियत है कि हम पिछलों
को भी सम्मान देते हैं, याद करते हैं।
बात
बदलते हुए सुमन मामी बोली - अम्मा जी, मैंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
का एक ट्वीट पढ़ा, जिसमें लिखा है - "मेरे पास भाजपा का संदेश आया है- “आप”
तोड़कर भाजपा में आ जाओ, सारे सीबीआई
ईडी के केस बंद करवा देंगे। मेरा भाजपा को जवाब - मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूँ,
राजपूत हूँ। सर कटा लूँगा लेकिन भ्रष्टाचारियो-षड्यंत्रकारियों के सामने झुकूँगा नहीं।
मेरे ख़िलाफ़ सारे केस झूठे हैं। जो करना है कर लो।" अम्मा जी ये मामला क्या है?
अम्मा
जी कुछ बोल पातीं, चाची बोली - दवाब की राजनीति खेल रही है भाजपा। मनीष सिसोदिया देश
में है और कहीं भागा नहीं, फिर भी मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट सर्कुलर
जारी किया हुआ है। यह क्या मजाक है?
चाची
का रोष भरा अंदाज देखकर सभी चुप हो गए, तब अम्मा जी बोलीं - दिल्ली सरकार द्वारा बनाई
नई शराब नीति के खिलाफ दिल्ली के उपराज्यपाल की तरफ से सीबीआई जाँच की सिफारिश की गई
थी। कुछ लोगों को लगता है कि दिल्ली में मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया है और भाजपा
यह मानकर चल रही है कि वे मनीष सिसोदिया को इस मामले में फँसा लेंगे। यह घोटाला है
या नहीं, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। एक बात है कि अब इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया
है। एक तरफ मनीष सिसोदिया और अरविन्द केजरीवाल ताल ठोककर खड़े हैं और मोदी और शाह के
गृह राज्य में हिम्मतनगर और भावनगर में दौरा भी किया है और वहाँ जनता के सामने अपनी
बात रखते हुए अपनी एक्साइज पालिसी के बारे में कहा है कि यह पालिसी अपनी तरह की सर्वोत्तम
पालिसी थी, जिससे सरकार को दस हजार करोड़ रुपये की आमदनी होती, पर निवर्तमान लेफ्टिनेंट
गवर्नर ने अंतिम क्षणों में पालिसी से छेड़छाड़ करके पालिसी में बदलाव करवाए, जिससे सब
कुछ बदल गया।
तभी
चाची बोलीं - इस मामले से जनता में सन्देश जा रहा है कि भाजपा अपने विरोधियों के खिलाफ
सीबीआई ईडी जैसी संस्थाओं को राजनीतिक बदले की भावना से पीछे लगा देती है, गिरफ्तार
कर लेती है। ऐसा लगता है कि भाजपा नेतृत्व अपने विरोधियों से डरा हुआ है और बदले की
भावना से काम कर रहा है।
शैलबाला व्यंग्य करते हुए बोली - रुपया गिर रहा है, महँगाई चरम पर है, बेरोज़गारी ख़त्म नहीं हो रही और सत्तापक्ष सीबीआई ईडी खेल खेल रहा है।डरपोक सत्ता जब-जब घबराती है सीबीआई ईडी इनकम टैक्स से डराती है।
शैलबाला की तीखी बात सुनकर सभी चुप रह गए। वैसे धीरे से एक महिला बोलीं कि आप लोग तो आम आदमी पार्टी के पक्ष में बात कह रही हो। कहीं आग लगी होगी तभी तो धुआँ उठा होगा। यदि कुछ है तभी तो जाँच की बात उठी है। सरकार ऐसे ही किसी को क्यों फंसाएगी।
राजरानी ज्यादातर चुप रहती है, जब जरुरत होती है तभी बोलती है, सुनती अधिक है, उम्र में भी मोहल्ले की अन्य औरतों के मुकाबले कम उम्र की है। उसने अपनी बात शुरू करते हुए कहा - मैं आपको एक जानकारी देना चाहती हूँ कि कांग्रेस सितम्बर माह में भारत जोड़ों यात्रा के लिए व्यापक तैयारी कर रही है।
चाची
ने पूछा - क्या है ये यात्रा और क्या है इसका लक्ष्य?
राजरानी
ने बताया - भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य है हमारे देश को एक बार फिर से जोड़ना। यह यात्रा
7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू होकर बारह राज्यों से गुज़रते हुए जम्मू-कश्मीर
में समाप्त होगी और लगभग एक सौ पचास दिनों तक चलेगी। इस दौरान 3,500 किलोमीटर से अधिक
का सफर तय किया जाएगा। राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेतागण इस यात्रा में
सक्रिय रूप से भाग लेंगे। जो लोग यात्रा में शामिल होने में सक्षम नहीं हैं, वे यात्रा
के संदेश को ऑनलाइन माध्यमों से लोगों तक पहुँचाने में सहयोग करेंगे।
अम्मा
जी ने कहा - अच्छा, तो कांग्रेस अपने आप को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। देखते
हैं उनका यह प्रयास कहाँ तक सफल हो पाता है। उन्होंने राजरानी से कहा कि इस बारे में
और जानकारी दे।
राजरानी
ने बताया कि इस भारत जोड़ो यात्रा में समाज के हर वर्ग के हजारों लोग एक साथ चलेंगे
और जनता देखेगी। इस यात्रा में विविधता में एकता की झलक स्पष्ट दिखाई देगी। कांग्रेस
का प्रयास है कि भारत जोड़ो यात्रा को ‘यात्रा उत्सव’ का रूप देने की। इस यात्रा के दौरान इसमें गीत-संगीत
और अन्य प्रतियोगिताएँ भी आयोजित होंगी जिनमें जनता भाग ले सकेगी। कांग्रेस ने लोगों
को इस यात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा है कि हमारे साथ जुड़ें और
भारत जोड़ें।
भार्गव
आंटी कहने लगी - 2024 की तैयारी शुरू हो रही है। देखो, ऊँट किस करवट बैठता है।
तभी
चाची ने राजरानी से पूछा - कांग्रेस की इस भारत जोड़ो यात्रा का रूट क्या होगा?
राजरानी
ने बताया - यह यात्रा कन्याकुमारी से प्रारम्भ होगी और फिर तिरुवंतपुरम जाएगी, इसके
बाद कोच्ची, नीलांबुर, मौसुरु, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव जामोद,
इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अम्बाला, पठानकोट और जम्मू होते हुए श्रीनगर
तक जाएगी। इस प्रकार यह यात्रा बारह राज्यों में से होकर गुजरेगी।
चाची
ने पूछा - भारत में कितने राज्य हैं?
भार्गव
आंटी ने बताया - वर्तमान भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश है।
चाची
ने कहा - तब तो भारत के बहुत से राज्य कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से छूट जाएँगे।
देखते हैं क्या होता इस यात्रा में।
तभी
शैलबाला बोली - आये दिन हम सुनते हैं कि कांग्रेस के फलाँ नेता ने कांग्रेस छोड़ दी।
पहले कांग्रेस अपने नेताओं को तो जोड़कर रखे।
चाची
बोली - कांग्रेस से नेता छोड़ रहे हैं तो कांग्रेस का शुद्धिकरण हो रहा है। जिनका मन
हो छोड़े। ये नेता जिन पार्टियों में जा रहे हैं वे दूषित हो रही हैं। कांग्रेस की विचारधारा
और दूसरी पार्टियों की विचारधारा में बहुत अंतर है। जनता सब देखती है। यह खेल बहुत
हो रहा है। आने वाले समय में क्या होगा, यह तो समय ही बतलाएगा।
शैलबाला
ने कहा - पहले से कमजोर कांग्रेस इन नेताओं के छोड़ने से और कमजोर हो रही है। चलो, आने
वाले समय में देखते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा का कुछ फ़ायदा कांग्रेस को मिला या नहीं।
यह
कथा-श्रृंखला, पाठको
को समर्पित है।
आप पढ़े, आनंद
लें, टिप्पणी करें,
दूसरों को पढ़ाएँ,
अपने सोशल मीडिया
अकाउंट पर साझा करें। स्वागत
है आपके सुझावों
और टिप्पणियों का।
कल्पना
और तथ्यों के
घालमेल से लिखी यह कथा-श्रृंखला रुचिकर लगेगी,
ऐसा मेरा विश्वास
है। कथा में दिए सभी चित्र प्रतीकात्मक हैं
तथा इंटरनेट से साभार लिए गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें